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सूचना प्रौद्योगिकी और कार्यप्रणाली
भारत सरकार के विभिन्न विभागों में रक्षा लेखा विभाग ही अपने कार्यक्षेत्र मे इंटरनेट के माध्यम से स्वचलित कार्यप्रणाली को अपनाने में अग्रणी रहा है । इस विभाग द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के लिए गए प्रमुख कदम निम्नलिखित है —
प्रोजेक्ट ट्यूलिप
- यह क्षेत्रीय नियंत्रकों के लिए एक ऑन लाइन स्वचलित कार्यालय प्रणाली है ।
- सितम्बर 2016 में ट्यूलिप को अपनाने से पूर्व रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (द.प.क.) कार्यालय के द्वारा सुगमनामक सॉफ्टवेयर को उपयोग किया जाता था ।
- ट्यूलिप प्रणाली में बिलों की डाक-प्रविष्ठी से लेकर उनके भुगतान तक की सभी गतिविधियाँ को इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरा किया जाता है ।
- ट्यूलिप का प्रयोग क्षेत्रीय नियंत्रकों के सभी अनुभागों के द्वारा किया जाता है ।
- ट्यूलिप प्रणाली में सभी भुगतान इंटरनेट के माध्यम से SBI CMP पोर्टल के ज़रिए किए जाते है ।
प्रोजेक्ट भवन
- यह प्रणाली बैरक स्टोर अधिकारी के कार्यों से संबंधित है ।
- इस प्रणाली के द्वारा स्थाई/अस्थाई रक्षा इमारतों के अधिग्रहण तथा कब्जा छोड़ने संबंधी रिपोर्ट का रख रखाव, सैन्य अधिकारियों, अन्य सैन्य कर्मिको तथा अन्य पक्षों के किराया तथा समबद्ध बिलों को जारी करने का कार्य किया जाता है ।
- किराया संबंधी बिलों को संबंधित बी एस ओ द्वारा रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (अधिकारी) के पोर्टल पर सीधे ही अपलोड कर दिया जाता है जिससे कि वेतन बिलों में उनका समायोजन बिना किसी विलम्ब के किया जा सके ।
प्रोजेक्ट निधि
- इस परियोजना को रक्षा लेखा विभाग के कर्मिकों तथा अन्य कर्मिकों के निधि (सामान्य भविष्य निधि) खातों के देख रेख हेतु विकसित किया गया है ।
- यह एक केन्द्रीयकृत परियोजना है जिसे इंटरनेट (WAN/VPN) के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है ।
- परिणामस्वरूप निधि परियोजना ने खातों के रख रखाव को अधिक सुरक्षित तथा सभी खाताधारकों के लिए आसानी से उपलब्ध होने वाला बना दिया है ।
- सामान्य भविष्य निधि की सारणी हेतु आकड़ों की प्रविष्ठी का कार्य DDP नियंत्रको / अधीनस्थ कार्यालयों के द्वारा किया जाता है तथा वार्षिक सामान्य भविष्य निधि विवरण को तैयार करने हेतु विधिवत् सत्यापन कर रक्षा लेखा नियंत्रक (निधि) मेरठ को संचारित कर दिया जाता है ।
ई-टिकिट (रक्षा यात्रा तंत्र)
- रक्षा लेखा तंत्र की स्थापना रक्षा लेखा तंत्र ने की है ।
- इस तंत्र के माध्यम से सभी सैन्य तथा रक्षा लेखा विभाग के कर्मियों की अस्थाई ड्यूटी संबंधी यात्राओं की कैश-मुक्त बुकिंग की जा सकती है ।
- इस तंत्र में रेल यात्रा तथा हवाई यात्रा को शामिल किया गया है ।
- इस तंत्र के अगले चरण में, दावों के समायोजन के लिए एक ऑनलाइन यात्रा भत्ता उपागम को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है ।
E-Procurement
- As per the guidelines issued by Govt. of India E-procurement process has also been started for further procurement.